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Santan Ganpati Stotra : संतान प्राप्ति का एक अचूक स्तोत्र

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Santan Ganpati Stotra : संतान प्राप्ति का अचूक स्तोत्र।

नमस्कार दोस्तों ! हमारे ब्लॉग पोस्ट santan ganpati stotra में आपका हार्दिक अभिनंदन है। दोस्तों, यूं तो शास्त्रों में बहुत भगवान श्री गणेश जी से सम्बन्धित विभिन्न स्तोत्र दिये गये हैं आखिर हों भी क्यों न, ऋणहर्ता श्री गणेश देवताओं के अध्यक्ष तो हैं ही साथ ही प्रथम पूज्य भी हैं।

आज की पोस्ट में हम गणपति भगवान को ही समर्पित एक ऐसे स्तोत्र को पढ़ेंगे जिसके श्रद्धापूर्वक पाठ करने से निःसंतान दंपत्ति को तेजस्वी संतान की प्राप्ति होती है तथा साथ ही उस संतान पर तथा उसके माता-पिता पर भी भगवान गणेश जी की कृपा आजीवन रहती है। तो आईये, पोस्ट आरंभ करते हैं –

Santan Ganpati Stotra : सन्तान गणपति स्तोत्र

Santan Ganpati Stotra

॥ ॐ श्री गणेशाय नम: ॥

नमोऽस्तु गणनाथाय सिद्धि बुद्धियुताय च ।
सर्वप्रदाय देवाय पुत्र-वृद्धि-प्रदाय च ॥ 1 ॥

भावार्थ  — श्री सिद्धि-बुद्धि सहित उन भगवान् गणनाथ (गणपति) को नमस्कार है जो पुत्र वृद्धि प्रदान करनेवाले और सबकुछ प्रदान करनेवाले है।

गुरूदराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ते ।
गोप्याय गोपिता-शेष-भुवनाय चिदात्मने ॥ 2 ॥

Santan Ganpati Stotra

भावार्थ  —जो ज्ञान के दाता हैं, जो हमारे रक्षक हैं, जो गौरवर्ण वाले हैं, जिनका स्वरुप अत्यंत गोपनीय है जो सर्व भुवनों के रक्षक हैं।

विश्वमूलाय भव्याय विश्व-सृष्टि-कराय ते ।
नमो नमस्ते सत्याय सत्य-पूर्णाय शुण्डिने ॥ 3 ॥

भावार्थ  — उन भगवान् गणपति को नमस्कार है जो समग्र विश्व के मूल हैं कल्याण रूपी हैं, जो विश्वसृष्टि करनेवाले हैं, उन सत्यस्वरूपी, सत्यपूर्ण तथा शुण्डधारी गणेश्वर को मेरा नमस्कार है।

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santan ganpati stotra

Santan Ganpati Stotra


एकदन्ताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः ।
प्रपन्नजन पालाय प्रणतार्ति विनाशिने ॥ 4 ॥

भावार्थ  — जो एकदन्त वाले है, सुंदर मुख वाले हैं, जो शरण में आनेवाले की रक्षा करते हैं, प्रणतजनों की पीड़ा का नाश करते हैं, उन शुद्ध स्वरुप गणपति को मेरा नमस्कार है।

शरणं भव देवेश सन्ततिं सुदृढा कुरु ।
भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गणनायक ॥ 5 ॥

भावार्थ  — हे गणपति ! आप मेरे शरणदाता हो, मेरी संतान प्राप्त करने की कामना को पूर्ण करो (मुझे संतान दो) मेरे संतान कुल को सुदृढ़ करो और ऐसा की मेरे कुल में जो पुत्र उत्पन्न हो वो सदा आपकी भक्ति में तत्पर हो अर्थार ऐसी संतान हो। इस प्रकार का मुझे वरदान प्रदान करो।

Santan Ganpati Stotra

ते सर्वे तव पूजार्थं निरताः स्युर्वरोमतः ।
पुत्रप्रदमिदं स्तोत्रं सर्व-सिद्धि-प्रदायकम् ॥ 6 ॥

भावार्थ  — यह पुत्रप्रदायक संतान स्तोत्र समस्त सिद्धिया देने वाला है | इस तरह से इस स्तोत्र को समझकर स्पष्ट उच्चारण के साथ सही विधान के साथ अनुष्ठान करने से सर्वसिद्धि प्राप्त होती है और गणेश जी की कृपा से संतान प्राप्ति होती है।

॥ इति सन्तान गणपति स्तोत्र सम्पूर्णम्॥

दोस्तों, आशा करते हैं कि santan ganpati stotra पोस्ट आपको पसंद आई होगी। कृपया पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें जिससे अन्य भी इसका लाभ उठा सकें, यदि आप हमें कुछ सुझाव देना चाहें तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से दे सकते हैं, अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।


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