Kharmas 2023 : इस महिने नहीं बजेंगी शहनाई
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नमस्कार दोस्तों ! हमारे ब्लॉग पोस्ट kharmas 2023 में आपका हार्दिक अभिनंदन है। दोस्तों, आज से बैंड बाजों के मधुर संगीत पर रोक लग जायेगी। कारण कि आज से खरमास प्रारम्भ हो रहा है तथा इस अवधि में किसी भी प्रकार का कोई मांगलिक कार्य नहीं किया जाता। आईये विस्तार से जानें कि क्या है खरमास –
Kharmas Kab Se Shuru Hai 2023: खरमास कब से प्रारंभ हो रहा है, इस दौरान क्या नहीं करना चाहिए Kharmas Kab Se Shuru Hai (खरमास क्या होता है)
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kharmas 2023 : क्या होता है खरमास ?
हिंदू संवत कैलेंडर के अनुसार 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2022 तक की अवधि को खरमास कहा जाता है इस अवधि में मांग लिक कार्य नहीं किये जाते। खरमास के महीने को हिंदू धर्म में शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है। ये महीना इस वर्ष16 दिसंबर 2022 से 14 जनवरी 2023 तक रहेगा। यह मकर संक्रांति (14 जनवरी) के शुभ अवसर पर समाप्त होता है।
जानिये खरमास का अर्थ तथा पौराणिक कथा
दोस्तों अब जानते हैं खरमास का शाब्दिक अर्थ। खर शब्द, संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है गधा। पौरणिक कथा के अनुसार एक बार सूर्य देव सात घोड़ों के रथ पर ब्रह्मांड की परिक्रमा कर रहे थे और उन्हें कहीं भी रुकने की अनुमति नहीं थी। शर्त थी कि अगर वह रुक जाते तो उसी दिन सारी गतिविधियां बंद हो जातीं।
कुछ समय बाद, आराम न मिलने के कारण सूर्य देव के रथ से जुते घोड़े प्यास लगने के कारण थक गए। यह देखकर सूर्य देव ने अपने रथ को नदी के तट पर खड़ा कर दिया ताकि घोड़े अपनी प्यास बुझा सकें और आराम कर सकें। तभी सूर्य देव ने तालाब के किनारे दो गधों (खर) को देखा।kharmas 2023
उन्होंने सब घोड़ों को पानी पीने और आराम करने के लिए छोड़ दिया और दोनों गधों को अपने रथ से जोड़ लिया ताकि वह रुके नहीं। लेकिन, गधे ने रथ को धीमा कर दिया, एक महीने का चक्कर किसी तरह पूरा हो गया और घोड़ों ने आराम कर लिया। अब, उन्होंने अपने रथ के साथ घोड़ों को जोड़ा और पूरे साल ऐसा ही चलता रहा और इस तरह एक सौर मास यानी खरमास हर सौर वर्ष में एक बार आता है।
Kharmas Kab Se Prarambh Ho Rha Hai: सू्र्य देव जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं तब से खरमास लग जाता है और इसकी समाप्ति मकर संक्रांति के दिन होती है। इस साल खरमास 16 दिसंबर 2023 से लग रहा है और इसका समापन 15 जनवरी 2024 को होगा। इस अवधि में किसी भी तरह के धार्मिक कार्य नहीं किये जाते। इसलिए ही खरमास के समय शादी-ब्याह जैसे शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। इस दौरान क्या नहीं करना चाहिए –
खरमास के दौरान ना करें ये 5 काम (Kharmas Me Kya Nahi Karna Chahiye)
• विवाह
• मुंडन और तिलकोत्सव
• यगोपवीत संस्कार
• गृह प्रवेश और भूमि पूजन
• कोई भी नया कार्य
खरमास में क्या करना चाहिए (Kharmas Me Kya Karna Chahiye)
• खरमास में सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए।
• भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने हेतु इनकी आराधना करनी चाहिये।
• इस महीने दान, जप-तप आदि कार्य करना बेहद शुभ फलदायी माना जाता है।
• खरमास में ब्राह्मण, गुरु, गाय और साधु-सन्यासियों की सेवा करना शुभ होता है।
• इस महीने में तीर्थ यात्रा पर जाना उत्तम होता है।
• तीर्थ यात्रा पर जाकर दान, जप आदि करना विशेष फलदायी है।
ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से दान करता है, उसके जीवन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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