Gau Mata : गौ दर्शन तथा पूजन से होने वाले चमत्कारी लाभ

Gau Mata : गौ दर्शन तथा पूजन से होने वाले चमत्कारी लाभ

 

नमस्कार दोस्तों ! हमारे ब्लॉग पोस्ट Gau Mata में आपका हार्दिक स्वागत है। दोस्तों, अपने बचपन में हम सबने ही गाय पर निबन्ध लिखा होगा जिसकी पहली पंक्ति होती थी गाय हमारी माता है। दोस्तों, गौ माता में 33 कोटि देवताओं का निवास माना गया है। सनातन धर्म में आज भी भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय के नाम की निकाली जाती है। गौमूत्र तथा गोबर से बनी औषधियों का प्रयोग आज भारत ही नहीं अपितु विदेश तक में किया जाने लगा है।


सनातन धर्म में गौ माता  की अनंत महिमा का वर्णन किया गया है जिसके अन्तर्गत गाय का दर्शन तथा पूजन दोनों को ही महिमा मण्डित किया गया है। ऐसी मान्यता है कि गौ माता की पूजा यदि सम्पूर्ण विधि-विधान से की जाये तो जातक की जन्मकुण्डली से पितृ दोष समाप्त होता है तथा साथ-ही-साथ अशुभ ग्रह भी शान्त हो जाते हैं तथा जीवन मंगलमय हो जाता है। इस पोस्ट में हम गौ माता के  पूजन से होने वाले लाभ पर चर्चा  करेंगे। तो आईये पोस्ट आरंभ करते हैं-

 

Gau Mata pujan : गौ पूजन तथा दर्शन से होने वाले चमत्कारी लाभ

 

 गाय पूजन  Gau Mata pujan तथा दर्शन से प्राप्त होने वाले लाभों का वर्णन इस प्रकार है —

Gau Mata

१. गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनंदपूर्वक चैन की सांस लेती हैं  वहां वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं ।

२. गौ माता Gau Mata में तैंतीस कोटी (प्रकार) के देवी—देवताओं का वास होता है ।

३. जिस जगह गौ माता खुशी से रंभाने लगे उस स्थान पर देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं।

४. गौ माता के गले में घंटी जरूर बांधे,  गाय के गले में बंधी घंटी के बजने से गौ आरती  का फल प्राप्त होता है।

५. जो व्यक्ति गौ माता की नित्य सेवा Gau Mata ki seva —पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती हैं ।

६. गौ माता के खुर (पैर के नाखून) में नागदेवता का वास होता है । जहां गौ माता विचरण करती है उस जगह सांप—बिच्छू नहीं आते ।

७. गौ माता Gau Mata के गोबर में लक्ष्मी जी का वास होता है ।

Gau Mata

८. गौ माता के मंत्र में गंगाजी का वास होता है ।

९. गौ माता के गोबर से बने उपलों से रोजाना घर , दुकान, मंदिर परिसरों पर धूप करने से वातावरण शुद्ध होता है तथा सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

१०. गौ माता के एक आंख में सुर्य व दूसरी आंख में चन्द्र देव का वास होता है।

११. गाय इस धरती पर साक्षात देवता है ।

१२. गौ माता अन्नपूर्णा देवी है, कामधेनु है एवं समस्त  मनोकामनायें पूर्ण करने वाली है।

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१३. गौ माता के दूध मे सुवर्ण तत्व पाया जाता है जो रोगों की क्षमता को कम करता है।

१४. गौ माता की पूंछ में हनुमानजी का वास होता है । किसी व्यक्ति को बुरी नजर हो जाये तो गौ माता की पूंछ से झाड़ा लगाने से नजर उतर जाती है ।

१५. गौ माता Gau Mata की पीठ पर एक उभरा हुआ कूबड़ होता है  उस कूबड़ में सूर्य—केतु नाड़ी होती है । रोजाना सुबह आधा घंटा गौ माता की कुबड़ में हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है ।

१६. गौ माता का दूध अमृत तुल्य है।

१७. गौ माता धर्म की धुरी है, गौ माता के बिना धर्म कि कल्पना नहीं की जा सकती।

१८. गौ माता जगत जननी है।

१९. गौ माता पृथ्वी का रूप है।

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२०. गौ माता सर्वो देवमयी सर्वो वेदमयी है । गौ माता के बिना देवों तथा वेदों की पूजा अधूरी है।

२१. एक गौ माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटी देवी —देवताओं को भोग लग जाता है ।

२२. गौ माता से ही मनुष्यों के गौत्र की स्थापना हुई है ।

२३. गौ माता चौदह रत्नों में एक रत्न है।

२४. गौ माता  Gau Mataसाक्षात् मां भवानी का रूप है ।

२५. गौ माता के पंचगव्य के बिना पूजा पाठ हवन सफल नहीं होते हैं।

२६. गौ माता के दूध, घी, मक्खन, दही, गोबर तथा गोमुत्र से बना पंचगव्य हजारों रोगों की दवा है । इसका सेवन करने पर असाध्य से असाध्य रोग भी मिट जाते हैं।

२७. गौ माता को घर पर रखकर सेवा करने वाले मनुष्य सुखी एवं आध्यात्मिक जीवन जीते हैं तथा उनकी अकाल मृत्यु नहीं होती।

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२८. तन, मन, धन से जो मनुष्य गौ सेवा करता है  वह वैतरणी नदी को गौ माता की पूंछ पकड कर पार कर जाता है साथ ही उन्हें गौ लोकधाम में वास मिलता है।

२९. गौ माता Gau Mata के गोबर से ईंधन तैयार होता है ।

३०. गौ माता सभी देवी—देवताओं तथा मनुष्यों की आराध्य है; इष्ट देव है।

३१. साकेत स्वर्ग इन्द्र लोक से भी उच्चा गौ लोक धाम है।

३२.  गौ माता के बिना संसार की रचना अधूरी है ।

३३. गौ माता में दिव्य शक्तियां होने से संसार का संतुलन बना रहता है।

३४. गाय माता के गौवंशो से भूमि को जोत कर की गई खेती सर्वश्रेष्ठ खेती होती है।

३५. गौ माता जीवन भर दूध पिलाने वाली माता है । गौ माता को जननी से भी उच्च दर्जा दिया गया है ।

३६. जहां गौ माता निवास करती है वह स्थान तीर्थ धाम बन जाता है।

३७. गौ माता की सेवा—परिक्रमा करने से सभी तीर्थो के पुण्यों का लाभ मिलता है।

३८.  जिस व्यक्ति का भाग्योदय ना हो रहा हो तो वह व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ माता को जीभ से चटाये गौ माता की जीभ द्वारा हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है ।

Gau Mata

३९. गौ माता Gau Mata के चारो चरणों के बीच से निकल कर परिक्रमा करने से इंसान भय मुक्त हो जाता है ।

४०. गाय माता आनंदपूर्वक सासें लेती तथा छोडती है । वहां से नकारात्मक ऊर्जा भाग जाती है और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है जिससे वातावरण शुद्ध होता है ।

४१. गौ माता के गर्भ से ही महान विद्वान एवं धर्म रक्षक श्री गौ कर्ण जी महाराज पैदा हुए थे।

४२. गौ माता की सेवा के लिए ही इस धरा पर देवी—देवताओं ने अवतार लिये हैं।

४३.  मान्यता है कि जब गौ माता बछड़े को जन्म देती तब पहला दूध बांझ स्त्री को पिलाने से उनका बांझपन मिट जाता है ।

४४. स्वस्थ गौ माता के मूत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपड़े में छानकर सेवन करने से सारे रोग मिट जाते हैं ।

४५. गौ माता वात्सल्य भरी निगाहों से जिसे भी देखती है उनके ऊपर गौकृपा हो जाती है।

Gau Mata

४६. गाय इस संसार का प्राण है।

४७. काली गाय kali gaay की पूजा करने से नौ ग्रह शांत रहते हैं । जो ध्यानपूर्वक धर्म के साथ गौ पूजन करता है उनको शत्रु दोषों से छुटकारा मिलता है।

४८. गाय धार्मिक,  आर्थिक, सांस्कृतिक व अध्यात्मिक दृष्टि से सर्वगुण संपन्न है।

४६. गाय एक चलता फिरता मंदिर है । हमारे सनातन धर्म में तैंतीस कोटि देवी देवता हैं  हम प्र्तिदिन तैंतीस कोटि देवी देवताओं के मंदिर जा कर उनके दर्शन नहीं कर सकते पर गौ माता के दर्शन से सभी देवी देवताओं के दर्शन हो जाते हैं।

Gau Mata

४७. कोई भी शुभ कार्य अटका हुआ हो बार—बार प्रयत्न करने पर भी सफल नहीं हो रहा हो तो गौ माता के कान में कहिये ,रूका हुआ काम बन जायेगा।

४८. जो व्यक्ति मोक्ष तथा गौ लोक धाम जाना चाहता हो उसे गौ व्रती बनना चाहिए।

४९. गौ माता सर्व सुखों की दातार है।

५०. गाय के निवास हेतु गौशाला बनवाने तथा भोजन आदि की व्यवस्था करने से सभी देवी— देवताओं का आशीर्वाद सहज ही प्राप्त हो जाता है।

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५१. जिन जातकों को बुरे स्वप्न आते हैं वे रात को सोते समय ११ बार गौ माता  Gau Mata की जय बोलकर सोयें तो शुभ स्वप्न आते हैं।

॥समाप्त॥

 

दोस्तों, आशा करते हैं कि Gau Mata पोस्ट आपको पसंद आई होगी। सनातन धर्म से जुड़ी इसी प्रकार की जानकारियां प्राप्त करने के लिये हमारे साथ जुड़े रहें तथा नवीनतम पोस्ट प्राप्त करते रहें। अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।