Durga Saptashloki : श्रीदुर्गा सप्तश्लोकी मंत्र (हिंदी अर्थ सहित)।
Table of Contents
नमस्कार दोस्तों ! हमारे ब्लॉग पोस्ट Durga Saptashloki में आपका हार्दिक स्वागत है। दोस्तों, दुर्गा सप्तशती में दिये गये दुर्गा सप्तश्लोकी मंत्र देवी के ७ ऐसे मंत्र हैं, जिनका पाठ करने से साधक को संपूर्ण दुर्गा सप्तशती के पाठ का फल मिलता है।
दुर्गा सप्तश्लोकी मे वर्णित है की एक बार स्वयं भगवान् शिवजी ने माँ दुर्गा से पूछा की यदि कोई ऐसा उपाय हो जिसको करने से कलियुग मे भक्तो को अत्यंत लाभ हो और वो अपनी सभी मनोकामनाओं को पूरा कर सके। तब देवी माँ ने दुर्गा सप्तश्लोकी पाठ के बारे मे बताया कि दुर्गा सप्तश्लोकी पाठ Durga Saptashloki Path कलियुग मे सर्वकामनाओं को पूर्ण करने वाला उपाय है ।
इसे भी पढ़िये-Das Mahavidya: 10 महाविद्या के नाम, उत्पत्ति , पूजा, मंत्र से लाभ | Ten Mahavidya In Hindi
Durga Saptashloki : श्रीदुर्गा सप्तश्लोकी मंत्र
॥ अथ श्री सप्तश्लोकी दुर्गा॥
॥ शिव उवाच ॥
देवी त्वम भक्तसुलभे सर्वकार्य विधायनी ।
कलौ हि कार्यसिद्धयर्थ मुपायं ब्रूहि यत्नत: ।।
अर्थ — शिव जी बोले हे देवी ! तुम भक्तों के लिए सुलभ हो और आप समस्त कर्मों का विधान करती हो, कलियुग में सभी कामनाओं की सिद्धि हेतु यदि कोई उपाय हो तो उसे अपनी वाणी द्वारा कहिये।
॥ देव्युवाच ॥
श्रृणु देव प्रवक्ष्यामि कलौ सर्वेष्टसाधनम् ।
मया तवैव स्नेहेनाप्यम्बास्तुतिः प्रकाश्यते ।।
देवी बोलीं हे देव, आपका मेरे ऊपर बहुत स्नेह है। कलियुग में समस्त कामनाओं की सिद्धि हेतु जो उपाय है वह बतलाती हूं। सुनिए, वह साधन “अम्बा स्तुति” है।
Durga Saptashloki
।। विनियोगः ।।
ॐ अस्य श्रीदुर्गा सप्तश्लोकी स्तोत्र मन्त्रस्य नारायण ॠषिः अनुष्टुप छन्दः श्रीमहाकाली महालक्ष्मी महासरस्वत्यो देवताः श्री जगदम्बा प्रीत्यर्थं सप्तश्लोकी दुर्गापाठे विनियोगः ।।
दुर्गा सप्तश्लोकी मंत्र के श्रीनारायण ऋषि हैं अनुष्टुप छंद हैं. श्रीमहाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती इसके देवता हैं। श्री दुर्गा की प्रसन्नता के लिए सप्तश्लोकी दुर्गा पाठ का विनियोग किया गया है।
ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवि भगवती हि सा ।
बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति ।। १ ।।
अर्थ — वे महामाया देवी, ज्ञानिओं के भी चित्त को खींचकर बलपूर्वक मोह, माया में डाल देती हैं।
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि ।
दारिद्रयदुःखभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द चित्ता ।।२।।
अर्थ —आप स्मरण करने वालों का भय हर लेती हैं, स्वस्थ मनुष्यों द्वारा ध्यान करने पर, परम कल्याणमयी बुद्धि प्रदान करती हैं। दुःख दारिद्रता और भय को हर लेने वाली तथा सबका उपकार करने वाली देवी आपके जैसा दयालु और कौन है।Durga Saptashloki
इसे भी पढ़िये- Mahakali : जानिये कौन हैं महाकाली ? प्राकटय कथा | पूजा विधि। आराधना मंत्र
सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते ।।३।।
अर्थ —आप सब मंगल करने वाली मंगलमयी हो, सबका कल्याण करने वाली शिवा हो। शरणागत वत्सला, तीन नेत्रों वाली गौरी हो। नारायणी तुम्हे नमस्कार है।
शरणागतदीनार्तपरित्राणय परायणे ।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते ।।४।।
अर्थ — शरण में आए हुए दीनों और दुःखियों की रक्षा करने वाली हो । नारायणी देवी, आप सबकी पीड़ा हरने वाली हो। आपको नमस्कार है।
सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते ।
भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवी नमोऽस्तु ते ।।५ ।।
अर्थ — सर्वस्वरूपा, सर्वेश्वरी, सर्व शक्तियो से संपन्न दुर्गा देवी, सभी प्रकार के भय से आप हमारी रक्षा करो माता ! आपको नमस्कार है।
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान् ।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति ।।६ ।।
अर्थ — माता आप प्रसन्न होती हैं तो कोई रोग शेष नहीं रहता और जब आप रुष्ट होती हैं तो सब कुछ नष्ट कर देती हैं। जो मनुष्य आप की शरण मे होते हैं वे दूसरों को भी शरण देने के योग्य हो जाते हैं।
Durga Saptashloki
सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि ।
एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरि विनाशनम् ।।७ ।।
अर्थ — जो मनुष्य आप की शरण मे आ जाते हैं, उनकी सभी बाधाओं को आप शांत कर देती हैं। इसी प्रकार आप तीनों लोकों की सब बाधाओ को शांत कर दीजिये। हे देवी हमारे शत्रुओं का नाश कीजिये ।
इसे भी पढ़िये- Sampoorna Durga Saptashati Paath दुर्गा सप्तशती
।। इति ।।
दोस्तों, पोस्ट Durga Saptashloki आपको कैसी लगी, कृपया हमें कमेंट करें तथा इसी प्रकार की अन्य धार्मिक पोस्ट प्राप्त करने के लिए हमारे ब्लॉग से जुडे़ रहिये। अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
नमस्कार दोस्तों, मैं नलिनी (Nalini), Jagurukta.com की Sr. Editor (Author) हूँ । मैं एक Graduate होने के साथ साथ एक ग्रहणी भी हूँ। मुझे शुरु से ही अलग-अलग तरह के विषयों जैसे ( धार्मिक, Technology, History, एवं विशेष रूप से महिलाओं से संबंधित ) Books पढ़ने का शौक रहा है। अपने इसी शौक एव्ं जानकारियों को जुटा कर मैं आप सभी के साथ साझा करने की कोशिश करती हूँ। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी पोस्ट्स आप लोगों को पसंद आती होंगी। और साथ ही साथ मैं ये आशा करती हूँ कि आप हमारी पोस्ट्स को अपने मित्रों एवं सम्बंधियों के साथ भी share करेंगे। और यदि आपका कोई question अथवा सुझाव हो तो आप हमें E-mail या comments अवश्य करें।